लूणी थाना इलाके के कांकाणी-नीमला हाईवे पर रात को लूणी थाने के एक सब इंस्पेक्टर व महिला कांस्टेबल की वाहनों के निरीक्षण की ड्यूटी लगी थी। रात को गुजरात राज्य की एक कार जैसे ही उनके पास से गुजरनी चाही, उन्होंने उसे रोका। पुलिस जीप में बैठे सब इंस्पेक्टर प्रकाश ने महिला कांस्टेबल सुनीता को सौदेबाजी के लिए कार चालक के पास भेजा। चालक के सीट बेल्ट नहीं लगा था। इसके बाद चालक को लगातार नियम समझाए गए।
फिर महिला कांस्टेबल सुनीता ने 1000 रुपे देने की डिमांड कर डाली। कार में सवार गुजरात के व्यापारियों ने कहा- मैडम आप बहन समान हो, कुछ रियायत दे दो। व्यापारी 400 रुपए देने को तैयार हो गए। लेकिन महिला कांस्टेबल अड़ गई तो बात 500 रुपए पर तय हुई। इसके बाद व्यापारियों ने 500 रुपए कांस्टेबल के हाथ में थमा दिए। इसके बाद व्यापारियों ने कांस्टेबल से कहा कि मैडम अब आगे तो कोई नहीं रोकेगा। इस पर महिला कांस्टेबल बोलीं- दोनों जने सीट बेल्ट लगा लो, आगे कोई और नहीं रोकेगा।
महिला कांस्टेबल को शायद पता नहीं था कि कार चालकों ने सौदेबाजी व रुपए लेते हुए का वीडियो बना लिया था। वहां से निकलने के बाद व्यापारियों ने पूरा मामला पुलिस कंट्रोल रूम को बताते हुए उन्हें यह वीडियो भी भेज दिया। इस पर तुरंत कार्रवाई की गई और डीसीपी (पश्चिम) प्रीति चंद्रा ने सब इंस्पेक्टर व महिला कांस्टेबल को थाने से लाइन हाजिर कर दिया गया। बता दें कि शहर में एक ओर पुलिस आयुक्तालय सड़क सुरक्षा सप्ताह चला रहा है, वहीं दूसरी ओर लूणी थाने के दो पुलिसकर्मी चालान काटने की बजाय 500 रुपए की रिश्वत लेकर कार चालकों को छोड़ दिया।